सर्कार को प्रत्येक उस कार्य को उचित सिद्ध करना जरुरी है जो वह उन लोगों के प्रति करती है जो इसके दल से
2.
मांसाहारी लोगों द्वारा मांसाहार के लिए आदिम संस्कृति को आधार मान कर इसे उचित सिद्ध करना इनके दिमाग के दिवालियेपन का परिचायक ही है.
3.
भाजपा स्वयं को पटेल की विचारधारा से जोड़कर अपने संप्रदायिक उन्माद को उचित सिद्ध करना चाहती है तो वहीं पटेल के राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता को इस प्रकार अनुवादित करना चाहती है कि पटेल और संघ की विचारधारा का अंतर समाप्त हो जाये।